मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना 2023: 6000 अनाथ बच्चों को गोद लेगी हिमाचल सरकार

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Mukhyamantri Sukh Ashray Yojana (Himachal Pradesh Sukh Aashraya Yojana) – सरकार राज्य एवं देश के विकास के लिए विभिन्न प्रकार की योजना संचालित करती हे इस योजनाओ के द्वारा हर सेक्टर में जरूररत मंद लोगो विविध प्रकार की सहायता मिलती हे और वो आगे आ पते हे और साथ ही देश विकास के मार्ग पर कार्यशील रहता हे, इस बार हिमाचल प्रदेश की सरकार अनाथ एवं निराश्रित बच्चो के सहायता हेतु एक योजना लेकर आई हे। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू जी द्वारा राज्य के अनाथ बच्चो के लिए 16 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना को शुरु करने का एलान किया है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य में अनाथ बच्चों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना नामक एक कार्यक्रम शुरू किया है। योजना के माध्यम से, सरकार राज्य में 6,000 अनाथों को गोद लेगी। सरकार द्वारा इन बच्चों को गोद लिया जाएगा और उनका भरण-पोषण किया जाएगा। साथ ही उनकी शिक्षा, आवास और शादी के खर्च के लिए विभिन्न सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजनान्तर्गत पात्र बच्चों को मासिक आधार पर आर्थिक सहायता भी प्रदान की जायेगी। यदि आप मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इस लेख को अंत तक विस्तार से पढ़ना होगा। क्योंकि आज इस लेख के माध्यम से हम आपको मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना से जुड़ी पूरी जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घोषणा की है कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना 16 फरवरी, 2023 को शुरू की जाएगी। इस कार्यक्रम के माध्यम से, राज्य सरकार 6,000 से अधिक राज्य अनाथों को राज्य के बच्चों के रूप में गोद लेगी। इन बच्चों की शिक्षा और पालन-पोषण जैसी सभी सुविधाएं सरकार द्वारा वहन की जाएंगी। योजना के तहत बच्चों को परिवार, शिक्षा और शादी के सभी लाभ सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे। मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना अनाथ और विकलांग बच्चों, गरीब महिलाओं और बुजुर्गों को भी कवर करेगी। सरकार ने योजना के संचालन के लिए 101 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य में अनाथ बच्चों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना नामक एक कार्यक्रम शुरू किया है। योजना के माध्यम से, सरकार राज्य में 6,000 अनाथों को गोद लेगी, सरकार द्वारा इन बच्चों को गोद लिया जाएगा और उनका भरण-पोषण किया जाएगा। साथ ही उनकी शिक्षा, आवास और शादी के खर्च के लिए विभिन्न सहायता प्रदान की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ स्टेट के रूप में अपनाया जाएगा। मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजनान्तर्गत पात्र बच्चों को मासिक आधार पर आर्थिक सहायता भी प्रदान की जायेगी। यदि आप मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इस लेख को अंत तक विस्तार से पढ़ना होगा। क्योंकि आज इस लेख के माध्यम से हम आपको मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना से जुड़ी पूरी जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं।

योजना का नाम Mukhymantri Sukh Ashray Yojana
किसके द्वारा घोषणा हुईमुख्यमंत्री ठाकुर सुख विंदर सिंह सुक्खू जी द्वारा
कब घोषणा हुई16 फरवरी 2023  
योजना  का बजट101 करोड़ रुपए 
लाभार्थी  हिमाचल प्रदेश के अनाथ बच्चे, निराश्रित महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक
उद्देश्य  हिमाचल प्रदेश के अनाथ बच्चों, निराश्रित महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना
आवेदन प्रक्रियाअभी जानकारी उपलब्ध नहीं
हेल्पलाइन नंबरजारी नहीं
अधिकारिक वेबसाइटजल्द लॉन्च होगी

Himachal Pradesh Sukh Aashraya Yojana का उद्देश्य

Mukhymantri Sukh Ashray Yojana – हिमाचल प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की नियुक्ति का मुख्य उद्देश्य राज्य में अनाथ, गरीब महिलाओं और बुजुर्गों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। राज्य सरकार द्वारा अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ स्टेट के रूप में अपनाया जाएगा। जिससे उन्हें अपना जीवन यापन करने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इस योजना के माध्यम से अनाथ बच्चों को 27 वर्ष की आयु तक उनके भोजन और सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली शिक्षा से संबंधित विभिन्न सुविधाओं का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना से गरीब बच्चों के जीवन में सुधार होगा। इससे उनके भविष्य को उज्जवल बनाने में मदद मिलेगी। उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना में कितना पैसा मिलेगा

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना बच्चों को उनकी जरूरतों के आधार पर वित्तीय सहायता प्रदान करती है।

  • इस योजना केअंतर्गत संस्था में रहने वाले अनाथ बच्चो और निराश्रित महिलाओं का आवर्ती खाता खोला जाएगा यानि की अनाथ बच्चों और महिलाओं के लिए एक विशेष खाता खोला जायेगा। इस खाते का उपयोग इन बच्चों और महिलाओं को उनकी जरूरत के हिसाब से पैसा दिलाने में मदद के लिए किया जाएगा।
  • मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अंतर्गत जिन अनाथ बच्चों के पास रहने के लिए घर नहीं है उन्हें सरकार द्वारा 3 बिस्वा जमीन और घर बनाने के लिए 3 लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
  • वे अनाथ जो शादी के लिए पात्र हैं उन्हें सरकार से 2 लाख रुपए का विवाह अनुदान प्राप्त होगा।
  • सरकार हर महीने आपके बैंक खाते में 1000 रुपये ट्रांसफर करेगी, और वे 14-18 वर्ष की आयु के बच्चों और उस आयु वर्ग की एकल महिलाओं को 2500 रुपये की वित्तीय सहायता भी हर महीने देगी।
  • इस योजना के तहत 18 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को ट्यूशन और छात्रावास शुल्क के लिए प्रति वर्ष 1 लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी।
  • अनाथ बच्चों को कोचिंग (ट्यूशन) अवधि के दौरान आवास के लिए 4000 रुपये तक मासिक छात्रवृत्ति दी जाएगी।
  • छोटे बच्चों के सर्वांगी विकास के लिए हर महीने पिकनिक भी आयोजित की जाएगी।
  • इस योजना के तहत, सरकार उन अनाथों को 2 लाख रुपये की राशि प्रदान कर रही है जो अपना खुद का व्यवसाय (Start UP) शुरू करना चाहते हैं।
  • अनाथालयों में रहने वाले बच्चों को सभी त्योहारों को मनाने के लिए सरकार की ओर से 500 रुपये मिलेंगे। ताकि त्यौहार के दिन बच्चे अपनी जरूरत का सामान खरीद सकें।

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना में मिलनेवाले लाभ (Benefits of Sukh Ashraya Yojana)

  • इस योजना के अंतर्गत अनाथ और विशेष रूप से असक्षम बच्चों, निराश्रित महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को लाभ दिया जाएगा।
  • मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अंतर्गत अनाथ बच्चों को रहने के लिए आवास की सुविधा, भूमिहीन बच्चों को 3 बिस्वा जमीन, विवाह के लिए 2 लाख रुपए दिए जायेगे।
  • अनाथ बच्चों को उत्तम शिक्षा प्रदान करने के लिए निशुल्क कोचिंग की सुविधा और अध्ययन के जरुरी सामग्री भी सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।
  • बच्चो को निःशुल्क कोचिंग और साथ ही स्कॉलशिप के रूप में हर साल 1 लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी।
  • इस योजना के अंतर्गत महिलाओं और बुजुर्गों के लिए कॉम्प्लेक्स (एकीकृत परिसर) बनाया जा रहा है।
  • राज्य सरकार द्वारा बच्चों के लिए म्यूजिक रूम, बाथरूम, आधुनिक क्लासरूम, इनडोर गेम्स रूम और आउटडोर गेम्स के लिए मैदान आदि की व्यवस्था की जाएगी।
  • हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा गोद लिए गए बच्चों को 27 वर्ष की आयु तक भोजन, रहने की व्यवस्था और शिक्षा सहित सभी प्रकार के लाभ प्रदान किये जायेगे।

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के लिए पात्रता (Eligibility):

  • लाभार्थी हिमाचल प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।
  • सिर्फ राज्य के अनाथ बच्चे ही इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए योग्य है।
  • निराश्रित महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक भी इस योजना का लाभ ले सकते हे।

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के लिए जरुरी दस्तावेज (Documents) :

  • आधार कार्ड
  • आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • बच्चे के माता पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र
  • निराश्रित महिलाओं का शपथ पत्र
  • शैक्षिक योग्यता पत्र
  • भूमिहीन होने का शपथ पत्र
  • बैंक खाता विवरण
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना 2023 के अंतर्गत आवेदन कैसे करे

राज्य सरकार द्वारा अभी इस योजना की घोषणा की गई हे, इस योजना के अंतर्गत आवेदन सम्बन्धी किसी भी तरह की जानकारी को अभी सावर्जनिक नहीं किया गया है जैसे ही राज्य सरकार द्वारा इस योजना के अनुसन्धान में आवेदन सम्बन्धी कोई भी जानकारी सूचित की जाएगी। हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से अगवत कर देंगे। कृप्या इस लेख के साथ जुड़े रहे।

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना किस राज्य में शुरू की गई हे?

हिमाचल प्रदेश

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना का लाभ किसे मिलेगा ?

इस योजना के अंतर्गत अनाथ और विशेष रूप से असक्षम बच्चों, निराश्रित महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को लाभ दिया जाएगा।

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